राज्यपाल Lt Gen Gurmit Singh ने आज गोविंद बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय, पंतनगर में आयोजित ‘श्रीअन्न महोत्सव’ में मुख्य अतिथि के रूप में प्रतिभाग किया। इस दौरान उन्होंने प्रगतिशील किसानों को सम्मानित किया और पशु चिकित्सा प्राथमिक उपचार किट वितरित की। उन्होंने मिलेट्स के लोगो और विभिन्न प्रकाशनों का भी विमोचन किया। राज्यपाल द्वारा विश्वविद्यालय परिसर में जीर्णोद्धार किये गये गांधी हाल का लोकार्पण किया गया तदोपरान्त श्री अन्न महोत्सव में लगे स्टालों का निरीक्षण किया गया। अपने संबोधन में राज्यपाल ने कहा कि यह महोत्सव केवल कृषि का नहीं, बल्कि हमारे आहार, स्वास्थ्य, संस्कृति और जीवन दर्शन का उत्सव है। उन्होंने मिलेट्स (श्रीअन्न) को ‘सुपर ग्रेन्स’ बताते हुए कहा कि ये प्रोटीन, फाइबर और खनिजों से भरपूर होते हैं, जो इन्हें मधुमेह और मोटापे जैसी बीमारियों के लिए एक रामबाण उपाय बनाते हैं। राज्यपाल ने उत्तराखण्ड को श्रीअन्न उत्पादन के लिए विशेष रूप से उपयुक्त बताया। उन्होंने कहा कि यहां की जलवायु, मिट्टी और परंपराएं मंडुवा, झंगोरा, कोदा और रामदाना जैसी फसलों के लिए आदर्श हैं। ये फसलें न केवल कम पानी में उगती हैं, बल्कि किसानों की आय में भी वृद्धि करती हैं। उन्होंने भारतीय संस्कृति में भोजन के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि हमारे ऋषियों ने हजारों साल पहले ही आहार और स्वास्थ्य के संबंध को समझा था। राज्यपाल ने स्वस्थ जीवनशैली के लिए योग, आयुर्वेद और श्रीअन्न के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि पंतनगर विश्वविद्यालय ने भारतीय सेना के साथ मिलकर सैनिकों के भोजन में श्रीअन्न को शामिल करने का समझौता किया है, जो हमारे सैनिकों की सेहत और मनोबल को बढ़ाएगा। उन्होंने पर्वतीय क्षेत्रों में श्रीअन्न उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए जनरल बिपिन रावत पर्वतीय शोध निदेशालय की स्थापना की सराहना की।
