पुलिस अधीक्षक रुद्रप्रयाग द्वारा दिये गये निर्देशों के क्रम में आज प्रभारी एसओजी एवं प्रभारी एन्टी नारकोटिक्स टास्क फोर्स रुद्रप्रयाग श्री मनोज नेगी ने छात्र-छात्राओं को नशे एवं ड्रग्स के दुष्प्रभावों एवं साइबर अपराध से बचने उपायों के बारे में जागरूक किया गया। नशे के बारे में जानकारी देते हुए इसके दुष्प्रभावों के बारे में बताया गया व इससे दूर रहने की अपील की गयी। साइबर अपराध के सम्बन्ध में जानकारी देते हुए अवगत कराया गया कि आज के दौर में सबसे अधिक होने वाला अपराध है। जानकार से जानकार व्यक्ति भी लालच में फंस कर साइबर ठगों के शिकंजे में आ जाता है। सरल भाषा में जानकारी दी गयी कि हम आप सब लोग इतनी मेहनत करते हैं, तब जाकर उसका मेहनताना मिलता है। फिर क्यों कोई बिना कुछ किये ही किसी को पैसे देगा। इसके लिए आवश्यक है कि न केवल ऐसी परिस्थितियों में सतर्क रहना है, बल्कि औरों को भी जागरुक करना है। किसी भी प्रकार के लोभ-लालच वाले संदेशों या कॉल्स को इग्नोर करना है। साइबर अपराध से बचाव का सबसे अच्छा उपाय यही है कि अपना सब्र और इग्नोरेंश। सब्र यह कि किसी भी झांसे में नहीं आना है और इग्नोरेंश यह कि यदि ऐसे लोभ लालच वाले मैसेज या कॉल आते भी हैं तो उन पर ध्यान नहीं देना है। साइबर अपराध हो जाने की दशा में तुरन्त साइबर अपराध हैल्पलाइन नम्बर 1930 पर कॉल किये जाने के बारे में अवगत कराया गया। साइबर अपराध से बचने का सबसे बड़ा उपाय ही जागरुकता है। विद्यालय प्रबन्धन ने जागरुकता कार्यक्रम का आभार प्रकट किया गया है।
