जनपद ऊधमसिंहनगर के अन्तर्गत किच्छा में सैटेलाईट एम्स स्थापित किये जाने हेतु स्वीकृति प्रदान कर दी गई है, जिसका यथाशीघ्र कार्य प्रारम्भ हो जाएगा : केंद्रीय मंत्री श्री भट्ट

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केंद्रीय मंत्री श्री भट्ट ने मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी से वार्ता करते हुए पत्र लिखा है जिसमें उन्होंने बताया है कि उत्तराखण्ड के कुमाऊं रीजन में जनपद ऊधमसिंहनगर के अन्तर्गत किच्छा में सैटेलाईट एम्स स्थापित किये जाने हेतु स्वीकृति प्रदान कर दी गई है, जिसका यथाशीघ्र कार्य प्रारम्भ हो जाएगा, जो कि उत्तराखण्ड राज्य के लिए हर्ष का विषय है।

पर्वतीय क्षेत्र के गंभीर रोगियों को दिल्ली या ऋषिकेश एम्स मे जाना पड़ता है। दिल्ली एवं ऋषिकेश की दूरी कुमाऊं क्षेत्र से लगभग बराबर है। दिल्ली या ऋषिकेश जाने के बाद लोगों के पास ठहरने की कोई व्यवस्था भी नहीं हो पाती है, चूंकि आर्थिक दृष्टि से लोग काफी कमजोर होने से महंगे होटलों को किराये में लेने के लिए समर्थ नहीं हैं। पर्याप्त संसाधन एव धन का अभाव होने के कारण कई मरीज दिल्ली एवं ऋषिकेश (देहरादून) जाने में ही अपना दम तोड़ देते हैं।

उत्तराखंड की भौगोलिक परिस्थितियां भी अत्यधिक विषम है। बरसात में भू-स्खलन, बाढ़ आदि का खतरा एवं सर्दियों में पर्वतीय क्षेत्रों में भारी हिमपात होने से काफी परेशानी होती है।

यहां की भौगोलिक परिस्थितियों को दृष्टिगत रखते हुए एवं स्वास्थ्य सुविधाओं को चुस्त-दुरुस्त करने के लिए कुमाऊं क्षेत्र में जनपद नैनीताल के अन्तर्गत हल्द्वानी एच०एम०टी० की भूमि/भवन में दिल्ली एम्स की शाखा को स्थापित किया जा सकता है। इस सम्बन्ध में उनकी एम्स के निदेशक, प्रो० (डॉ०) श्री श्रीनिवास जी से वार्ता हुई और उन्होंने यह आश्वासन दिया कि हल्द्वानी में एच०एम०टी० की भूमि / भवन उपलब्ध कराने पर दिल्ली एम्स की शाखा को स्थापित किया जा सकता है। इस विषय के सम्बन्ध में पूर्व में एम्स के निदेशक, प्रो० (डॉ०) श्री श्रीनिवास जी से भी उनके द्वारा मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी जी की वार्ता कराई गई है।

केंद्रीय मंत्री श्री भट्ट ने बताया कि यदि जनपद नैनीताल के अन्तर्गत हल्द्वानी एच०एम०टी० की भूमि / भवन में दिल्ली एम्स की शाखा को स्थापित किया जाता है, तो इससे पिथौरागढ़, बागेश्वर, अल्मोड़ा, चंपावत, नैनीताल एवं ऊधमसिंहनगर की जनता को बहुत बड़ी राहत मिलने के साथ ही निकटतम स्थान में ही स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध हो सकेगी तथा गंभीर रोगियों को दिल्ली एम्स में लाकर उच्च कोटि का उपचार दिया जा सकेगा।

लिहाजा श्री भट्ट ने जनहित को मद्देनजर रखते हुए एवं स्वास्थ्य सेवाओं को चुस्त-दुरूस्त करने के लिए हल्द्वानी एच०एम०टी० की भूमि / भवन को अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, (एम्स) को देने की बात कही है।

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