रेल यात्रियों की समस्याओं को ध्यान में रखते हुए भारतीय रेलवे मिशन रेल कर्मयोगी के तहत 51,000 से अधिक अग्रिम पंक्ति के रेलवे कर्मचारियों को प्रशिक्षित कर रही है। इसके लिए भारतीय रेल के सभी 68 मंडलों से नामित एक हजार अग्रिम पंक्ति के रेलवे कर्मचारियों को रेल मंत्रालय के अंतर्गत एक केन्द्रीकृत प्रशिक्षण संस्थान, भारतीय रेलवे परिवहन प्रबंधन संस्थान (IRITM) में ‘मास्टर ट्रेनर’ के रूप में प्रशिक्षित किया जाएगा। ये ‘मास्टर ट्रेनर’ शेष रेलवे कर्मचारियों को समयबद्ध तरीके से फील्ड में प्रशिक्षित करेंगे।
51,000 से अधिक कर्मचारी हुए प्रशिक्षित
भारतीय रेलवे द्वारा कर्मचारियों को प्रशिक्षित करने के लिए भारतीय रेलवे परिवहन प्रबंधन संस्थान की मदद से 28 फरवरी, 2022 से मास्टर ट्रेनरों का प्रशिक्षण शुरू कर दिया गया था। अब तक आधे से अधिक भारतीय रेल के 49 मंडलों के मास्टर प्रशिक्षकों के द्वारा आठ बैचों को कवर किया गया है। वर्तमान में आठवां बैच मास्टर प्रशिक्षकों के द्वारा IRITM में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहा है। ये मास्टर ट्रेनर क्षेत्र में 51,000 से अधिक अग्रिम पंक्ति के रेलवे कर्मचारियों को प्रशिक्षित कर चुके हैं।
भारतीय रेलवे परिवहन प्रबंधन (IRITM)
भारतीय रेलवे परिवहन प्रबंधन संस्थान रेल मंत्रालय के अंतर्गत एक केंद्रीकृत प्रशिक्षण संस्थान है। इसकी स्थापना वर्ष 2003 में रेलवे कर्मचारियों को प्रशिक्षित करने के लिए की गई थी। IRITM इन सर्विस अधिकारियों के लिए भारत में बदलते कारोबारी दृष्टिकोण से निपटने हेतु उन्हें आधुनिक टेक्नोलॉजी से लैस करने के लिए कई विशेष पाठ्यक्रम भी आयोजित करता है। इन पाठ्यक्रमों में आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन, रसद, सूचना प्रौद्योगिकी, सार्वजनिक निजी भागीदारी, बुनियादी ढांचा विकास और परियोजना प्रबंधन मुख्य रूप से शामिल है।
क्या है मिशन कर्मयोगी ?
भारत सरकार द्वारा सिविल सेवा क्षमता निर्माण के लिए राष्ट्रीय कार्यक्रम “मिशन कर्मयोगी” का शुभारंभ 20 सितंबर, 2020 को दुनिया में क्षमता निर्माण के सबसे महत्वपूर्ण पहल में से एक के रूप में किया गया था। रेल मंत्रालय ने इसी मिशन के अंतर्गत सरकारी कर्मचारियों के दृष्टिकोण और कौशल में बदलाव के लिए सबसे पहले कदम उठाया है। प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए अनुकूलित पाठ और ऑडियो-विजुअल सामग्री तैयार करने हेतु क्षमता निर्माण एवं व्यवहार परिवर्तन के विशेषज्ञों की मदद ली गई है।
एक लाख कर्मचारियों को प्रशिक्षित करने का लक्ष्य
मिशन रेल कर्मयोगी का उद्देश्य नागरिक केंद्रित प्रशिक्षण प्रदान करके इन अग्रिम पंक्ति के कर्मचारियों के दृष्टिकोण में बदलाव लाना है। प्रशिक्षित कर्मचारियों को यात्रियों की सुविधा के लिए तैनात किया जाएगा। इस परियोजना के तहत छह महीने की अवधि में लगभग एक लाख अग्रिम पंक्ति के रेलवे कर्मचारियों को प्रशिक्षित करने का लक्ष्य रखा गया है। इस प्रशिक्षण को कर्मचारियों के व्यक्तिगत प्रदर्शन को बेहतर बनाने के साथ-साथ एक कुशल संगठन के रूप में भारतीय रेल की छवि को मजबूत करने में बड़ी भूमिका निभाने के लिए डिजाइन किया गया है। सभी प्रशिक्षित कर्मचारियों का मूल्यांकन एक अत्याधुनिक तकनीकी प्लेटफॉर्म का उपयोग करके किया जाएगा और उन्हें विधिवत प्रमाणित किया जाएगा।