भवन कोड लागू होने से विद्युत की 25 से 45 प्रतिशत तक की बचत होगी – परियोजना अधिकारी उरेडा संदीप कुमार सैनी

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रुद्रप्रयाग / उत्तराखंड अक्षय ऊर्जा विकास अभिकरण (उरेडा) के तत्वावधान में विभिन्न विभागों में कार्यरत सिविल इंजीनियर्स, आर्किटेट व अन्य कार्मिकों हेतु एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया।
विकास भवन के सभागार में आयोजित कार्यशाला का शुभारंभ करते हुए मुख्य विकास अधिकारी नरेश कुमार ने कार्यशाला के सफल संचालन हेतु शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य बढ़ रहे तापमान के दृष्टिगत बिल्डिंग बनाने के लिए भवन कोड लागू किया जा रहा है। इसके लिए उन्होंने सभी से अपेक्षा की है कि कार्यशाला के माध्यम से जो भी प्रशिक्षण दिया जा रहा है उसे ठीक ढंग से प्राप्त कर लिया जाए।
परियोजना अधिकारी उरेडा संदीप कुमार सैनी ने कहा कि ऊर्जा संरक्षण भवन कोड भारत सरकार द्वारा लागू किया गया है जिसे राज्य में भी यह प्रक्रिया लागू करने की तैयारी की जा रही है। उन्होंने कहा कि भवन कोड लागू होने से विद्युत की 25 से 45 प्रतिशत तक की बचत होगी। उन्होंने कहा कि जिसको पहले काॅमर्शियल भवनों में यह व्यवस्था लागू होगी तथा जिसका भवन का एरिया 500 वर्गमीटर या उससे अधिक होगा जिसमें विद्युत लोड 100 किलो वाट से अधिक हो उसमें लागू किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इससे भवन निर्माण में लागत बढेगी किन्तु पांच-छह साल में विद्युत बचत के कारण बढी लागत की आपूर्ति पूरी हो जाएगी। इसके व्यापक प्रचार-प्रसार के लिए भी और कार्यशालाएं आयोजित की जाएंगी।
प्रशिक्षण के दौरान मास्टर ट्रेनर राणा प्रताप पोददार ने उपस्थित प्रतिभागियों को पीपीटी के माध्यम से प्रकाशीय प्रणाली, इलैक्ट्रिक कैटल, माइक्रोवेव ओवन, विद्युत मोटर आदि सहित निर्माणाधीन बिल्डिंग का डिजायन तैयार करने, लाईटिंग, कंफर्ट सिस्टम व कंट्रोल, इंटीरियर एंड एक्सटेरियर लाईटिंग, तापमान आदि संबंधी जानकारियों को विस्तारपूर्वक बताया गया। इस दौरान उन्होंने प्रतिभागियों के विभिन्न विषयों को लेकर पूछे गए सवालों के संशय का भी निस्तारण किया।
इस दौरान जिला विकास अधिकारी मनविंदर कौर, उप जिलाधिकारी जखोली परमानंद राम, जय वर्मा, राहुल कुमार आदि सहित विभिन्न विभागीय कार्मिक उपस्थित रहे।

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