भारत और वियतनाम के बीच शुरू हुआ सैनिक अभ्यास ‘एक्स विनबैक्स 2022’, द्विपक्षीय संबंधों के लिए अहम

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भारतीय सेना समय-समय पर दूसरे देश की सेनाओं के साथ मिलकर अपनी कौशल और तकनीकी क्षमता का प्रदर्शन करती रहती है। बदलते दौर के साथ सेना की तैयारियों को परखने के लिए संयुक्त सैन्य अभ्यास सर्वोत्तम विकल्प माना जाता है। मित्र देशों के साथ संयुक्त सैन्य अभ्यास के परिणामस्वरूप परिचालन के संदर्भ में रचनात्मक जुड़ाव होता है। विभिन्न देशों के सशस्त्र बलों के साथ अभ्यास करने से युद्ध लड़ने के कई क्षेत्रों में हमारे सशस्त्र बलों के कौशल में वृद्धि होती है। इस प्रक्रिया में इस तरह के अभ्यासों के दौरान वर्तमान सामरिक और तकनीकी प्रथाओं को साझा किया जाता है।

सैन्य साझेदारी के इस दौर में भारत और वियतनाम के बीच द्विपक्षीय सैनिक अभ्यास का तीसरा संस्करण ‘एक्स विनबैक्स’ सोमवार से भारतीय सेना की पश्चिमी कमांड चंडीमंदिर में शुरू हुआ। 20 अगस्त तक चलने वाला यह सैनिक अभ्यास भारत और वियतनाम के बीच द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। भारत और वियतनाम एक व्यापक रणनीतिक साझेदारी साझा करते हैं और रक्षा सहयोग इस साझेदारी का एक प्रमुख स्तंभ है। इसके साथ ही वियतनाम भारत की एक्ट ईस्ट नीति और इंडो-पैसिफिक विजन में एक महत्वपूर्ण भागीदार है।

कब शुरू हुआ यह सैन्य अभ्यास

भारत के साथ 2019 में वियतनाम में हुए पहले द्विपक्षीय सैनिक अभ्यास की यह अगली कड़ी है और भारत और वियतनाम के बीच द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने में एक प्रमुख मील का पत्थर है। वियतनाम और भारत ने संयुक्त राष्ट्र मिशनों में शांति बनाए रखने के संचालन के दौरान उत्पन्न होने वाली स्थितियों से निपटने के अनुभव को साझा करने के लिए 8 जुलाई को हनोई के थाच दैट जिले में स्केल मॉडल पर एक संयुक्त अभ्यास आयोजित किया गया था। वियतनाम-भारत द्विपक्षीय सेना अभ्यास (VINBAX) का पहला संस्करण 8 जुलाई से शुरू होकर 14 जुलाई तक चला, जिसमें दोनों देशों के 30 अधिकारियों ने भाग लिया।

तीसरे संस्करण का विषय

Ex VINBAX – 2022 का विषय शांति रक्षा संचालन के लिए संयुक्त राष्ट्र दल के हिस्से के रूप में एक इंजीनियर कंपनी और एक मेडिकल टीम तैनाती है। भारत के पास संयुक्त राष्ट्र मिशनों में सैनिकों की तैनाती की एक समृद्ध विरासत है और संयुक्त राष्ट्र शांति संचालन प्रशिक्षण देने के लिए बेहतरीन क्षमताएं हैं। संभावित संयुक्त राष्ट्र शांति सैनिकों को सामरिक, परिचालन और रणनीतिक स्तरों पर प्रशिक्षण प्रदान करना शामिल है। इस अभ्यास में प्रमुख रूप से दोनों देश संयुक्त राष्ट्र मिशन में शांति सैनिकों के सामने आने वाली स्थितियों के समाधान के बारे में और तैनाती, प्रबंधन और दिशा गतिविधियों के बारे में जानकारी साझा करेंगे।

इंजीनियर रेजिमेंट कर रहा है प्रतिनिधित्व

भारतीय सेना का प्रतिनिधित्व 105 इंजीनियर रेजिमेंट के सैनिक कर रहे हैं। संयुक्त अभ्यास का समापन 48 घंटे के सत्यापन के साथ होगा। यह वैलिडेशन सैनिक अभ्यास संयुक्त राष्ट्र मिशनों में समान परिस्थितियों के अंतर्गत होगा। संयुक्त अभ्यास ‘एक्स विनबैक्स’ में संयुक्त राष्ट्र दल के हिस्से के रूप में एक इंजीनियर कंपनी और एक मेडिकल टीम की तैनाती की गई है। इस अभ्यास में संयुक्त राष्ट्र मिशनों में समान स्थितियों के तहत तकनीकी सैन्य अभियानों को पूरा करते समय दोनों दलों द्वारा आकलन करने के लिए 48 घंटे के अभ्यास का हिस्सा है।

मानवीय सहायता पर कई कार्यक्रम

संयुक्त अभ्यास के समापन से पहले तकनीकी सैन्य अभियानों को अमल में लाते समय दोनों टुकड़ियों के मानकों का आकलन करने के लिए यह निर्धारित कार्यक्रम का हिस्सा है। इसमें स्वदेशी समाधानों का उपयोग करते हुए मानवीय सहायता, आपदा राहत प्रदर्शन और उपकरण प्रदर्शन किया जाना है। अभ्यास का आखिरी हिस्सा प्राकृतिक और मानव निर्मित आपदाओं के दौरान बचाव और राहत कार्यों को शुरू करने की भारत की क्षमता का प्रदर्शन करेगा।

बढ़ेगी सैन्य प्रणालियों को साझा करने क्षमता

इस अभ्यास को सहयोग और बढ़ते द्विपक्षीय रक्षा संबंधों के बीच आयोजित किया जाता है। द्विपक्षीय अभ्यास के पिछले संस्करण के बढ़े हुए दायरे के साथ फील्ड प्रशिक्षण अभ्यास के रूप में ‘एक्स विनबैक्स’ का संचालन दोनों देशों के बीच आपसी विश्वास को मजबूत करेगा। इससे भारतीय सेना और वियतनाम पीपल्स आर्मी के बीच सर्वोत्तम कार्य प्रणालियों को साझा करने में आसानी होगी। यह संयुक्त सैनिक अभ्यास दोनों टुकड़ियों के सैनिकों को एक-दूसरे की सामाजिक और सांस्कृतिक विरासत के बारे में जानने का अवसर देगा। यह अभ्यास वियतनाम और भारत के बीच आपसी समझ, दोस्ती और सहयोग में योगदान देने के लिए है।

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