उत्तराखण्ड राज्य में बढ़ती नशाखोरी के नियंत्रण तथा राज्य में अफीम, खस खस एवं पोस्त की अवैध खेती को एन0डी0पी0एस0 एक्ट 1985 में वर्णित प्राविधानों/नियमों के अन्तर्गत रोकने/समाप्त किये जाने के सम्बन्ध में आज दिनांक 28 सितम्बर 2022 को कलेक्ट्रेट सभागार रुद्रप्रयाग में जिलाधिकारी रुद्रप्रयाग श्री मयूर दीक्षित की अध्यक्षता व सदस्य संयोजक पुलिस अधीक्षक रुद्रप्रयाग श्री आयुष अग्रवाल की उपस्थिति में जिला स्तरीय एन0सी0ओ0आर0डी0 (Narco Coordination Center) की मासिक बैठक सम्बन्धित जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ आहूत की गयी।
आज आयोजित हुई बैठक का संयोजन पुलिस अधीक्षक रुद्रप्रयाग द्वारा सदस्य संयोजक के रुप में किया गया व इसकी अध्यक्षता जिलाधिकारी रुद्रप्रयाग द्वारा की गयी। सम्पूर्ण उत्तराखण्ड राज्य को ड्रग्स फ्री देवभूभि 2025 यानि राज्य को हर हाल में 2025 तक ड्रग्स फ्री किये जाने हेतु सभी विभागों के आपसी समन्वय से प्रभावी जनजागरुता फैलाये जाने पर चर्चा की गई। जिलाधिकारी रुद्रप्रयाग द्वारा उपस्थित मुख्य शिक्षाधिकारी को निर्देशित किया गया कि विद्यालयों में जन जागरुकता कार्यक्रम आयोजित किये जाने हेतु पुलिस विभाग को अपेक्षित सहयोग प्रदान किया जाये। मादक पदार्थों की तस्करी की प्रभावी निगरानी एवं सूचना का समय से आदान-प्रदान किया जाये।
जनपद रुद्रप्रयाग को नशामुक्त करने हेतु जिलाधिकारी रुद्रप्रयाग द्वारा समस्त अधिकारियों को नशे में लिप्त लोगों का चिन्हीकरण करने व नशे की सप्लाई पर प्रतिबन्ध लगाने व नशे के दुष्प्रभाव से लोगों को जागरुक करने हेतु निर्देशित किया गया। बढ़ती नशाखोरी को रोकने के लिए विभिन्न विभागों को पुलिस विभाग के साथ समन्वय स्थापित करते हुए बढ़ती नशाखोरी के नियंत्रण हेतु जनपद में नशे के विरुद्ध जागरुकता कार्यक्रमों का आयोजन भी आपसी समन्वय से करने हेतु निर्देशित किया गया।
जनपद में ऐसे मेडिकल स्टोर जो बिना लाईसेंस के अवैध तरीके से संचालित हो रहे हों, बिना चिकित्सक के परामर्श के दवा देते हैं और प्रतिबन्धित दवाईयों को बेचने में लिप्त हों उनके खिलाफ स्वास्थ्य विभाग को पुलिस विभाग के साथ संयुक्त रुप से कड़ी से कड़ी कार्यवाही किये जाने तथा सभी मेडिकल स्टोरों पर सीसीटीवी कैमरे भी लगाये जाने के निर्देश दिए गए।
शिक्षा विभाग को विद्यालयों में मादक पदार्थों के सेवन से ग्रसित छात्रों के नियमित परामर्श हेतु विद्यालय स्तर पर कमेटी का गठन किया जाये जिसके लिए जिला स्तरीय नोडल अधिकारी नियुक्त किये गये तथा कमेटी द्वारा छात्रों की काउंसलिंग करवाने के निर्देश दिए गए। समाज कल्याण विभाग को नशे में लिप्त व्यक्तियों की काउंसलिंग के लिए काउंसलर एवं उपचार हेतु मनोचिकित्सक की व्यवस्था करने की कार्यवाही करने तथा बढ़ती नशाखोरी को रोकने के लिए स्वैच्छिक संस्थाओं (एन0जी0ओ0) का सहयोग प्राप्त करने हेतु निर्देशित किया। सभी उप जिलाधिकारियों को अपने क्षेत्र के शराब की दुकानों पर औचक निरीक्षण करने हेतु निर्देशित किया गया। जिलाधिकारी रुद्रप्रयाग द्वारा जनपद को नशामुक्त करने के लिए विभाग को पुलिस विभाग का सहयोग करने हेतु निर्देशित किया गया। पुलिस अधीक्षक रुद्रप्रयाग द्वारा बताया गया कि कहीं पर भी नशाखोरी की शिकायत प्राप्त होती है तो तुरन्त नजदीकी पुलिस स्टेशन को सूचना दें, ताकि समय रहते आवश्यक वैधानिक कार्यवाही की जा सके। पुलिस उपाधीक्षक रुद्रप्रयाग द्वारा अवगत कराया गया कि वर्तमान समय में जनपद के 12 विद्यालयों में छात्र पुलिस कैडेट योजना संचालित हो रही है, जिसमें कि छात्रों को नशे के दुष्प्रभावों के सम्बन्ध में जागरुक किया जा रहा है। जनपद को नशामुक्त बनाये जाने का संकल्प एवं सभी विभागों की आपसी भागीदरी सुनिश्चित कराये जाने की अपेक्षाओं सहित गोष्ठी का समापन किया गया।
आज हुई बैठक के अवसर पर मुख्य चिकित्साधिकारी रुद्रप्रयाग श्री बी0के0 शुक्ला, मुख्य शिक्षाधिकारी श्री वाई0एस0 चौधरी, उप जिलाधिकारी रुद्रप्रयाग श्रीमती अपर्णा ढौंडियाल, उप जिलाधिकारी जखोली श्री परमानन्द राम, जिला समाज कल्याण अधिकारी सुनीता अरोड़ा, पुलिस उपाधीक्षक रुद्रप्रयाग श्री प्रबोध कुमार घिल्डियाल, प्रभारी एन्टी नारकोटिक्स टास्क फोर्स श्री देवेन्द्र असवाल इत्यादि उपस्थित रहे।
