आज “पुलिस स्मृति दिवस” के अवसर पर श्री Subodh Uniyal, माननीय मंत्री जी की उपस्थिति में देहरादून पुलिस लाइन स्थित शहीद स्मारक में श्रृद्धांजलि कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के दौरान मुख्य अतिथि महोदय एवं श्री Ashok Kumar IPS, DGP Sir सहित उपस्थित गणमान्य महानुभावों एवं वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों द्वारा शहीद हुए पुलिसकर्मियों को याद कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गयी।
माननीय प्रधानमंत्री जी के उत्तराखण्ड भ्रमण कार्यक्रम में व्यस्तता के कारण माननीय मुख्यमंत्री जी श्रृद्धांजलि कार्यक्रम में उपस्थित नहीं हो पाए। उनके स्थान पर श्री सुबोध उनियाल, माननीय मंत्री उत्तराखण्ड द्वारा श्रृद्धांजलि कार्यक्रम में प्रतिभाग किया गया।
माननीय मुख्यमंत्री जी द्वारा कर्तव्य पालन में अपने प्राणों की आहुति देने वाले पुलिस जनों को श्रद्धांजलि देते हुए वीडियो सन्देश प्रेषित किया, जिसमें पुलिस बल के कल्याणार्थ हेतु अनेक घोषणाएं भी की गयी।
क्यों मनाया जाता है पुलिस स्मृति दिवस- 21 अक्टूबर 1959 का दिन था, लद्दाख के हॉट-स्प्रिंग के पास CRPF (केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल) की पेट्रोलिंग पार्टी के तीन ऑफिसर्स को भारत-तिब्बत बॉर्डर पर चीनी सैनिकों ने अपनी हिरासत में ले लिया, अगले दिन जब उनकी तलाश में सीआरपीएफ की टीमें गई तो उन पर पहले से घात लगाकर बैठे चीनी सैनिकों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी । सीआरपीएफ के जवानों ने भी उस हमले का मुंहतोड़ जवाब दिया लेकिन उस अचानक हुए हमले में सीआरपीएफ के 10 जवान शहीद हो गए तथा सात अन्य जवान घायल हो गए, उसी दिन से उन 10 वीर सीआरपीएफ जवानों की शहादत को याद करते हुए प्रत्येक वर्ष संपूर्ण भारतवर्ष में अपने कर्तव्य पथ पर प्राणों की आहुति देने वाले शहीद पुलिस कर्मियों को श्रद्धान्जलि अर्पित करने हेतु 21 अक्टूबर को पुलिस स्मृति दिवस के रूप में मनाया जाता है।