राज्यपाल आज दो दिवसीय भ्रमण के दौरान जनपद चंपावत के लोहाघाट स्थित अद्वैत आश्रम मायावती पहुंचे

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राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) अपने तय कार्यक्रमानुसार आज दो दिवसीय भ्रमण के दौरान जनपद चंपावत के लोहाघाट स्थित अद्वैत आश्रम मायावती पहुंचे। अद्वैत आश्रम मायावती का भ्रमण के दौरान उन्होंने प्राकृतिक सौंदर्य को निहारा।

इससे पूर्व सर्किट हाउस में बने हेलीपैड में पुलिस जवानों द्वारा उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। जनपद चम्पावत आगमन पर राज्यपाल महोदय का जिलाधिकारी नरेंद्र सिंह भंडारी ने पुष्पगुच्छ देकर हेलीपैड में स्वागत किया।

मायावती आश्रम पहुँच कर राज्यपाल ने कहा कि यहां की प्रकृति तनाव मुक्त करने में मददगार है। उन्होंने कहा कि यह आश्रम देश-विदेश के लोगों को आध्यात्म की ओर आकर्षित करता है, उन्होंने मायावती में संचालित हो रहे धर्मार्थ चिकित्सालय की सेवाओं व सुविधाओं की सराहना की।
राज्यपाल ने धर्मार्थ चिकित्सालय के अध्यक्ष स्वामी शुद्धिदानंद से आश्रम के सम्बंध में हालचाल जाना। इसके साथ ही स्वामी जी द्वारा राज्यपाल महोदय को मायावती के इतिहास से अवगत कराया, बताया कि 1901 में स्वामी विवेकानंद यहां आए थे, उन्होंने यहां पर एक सप्ताह तक प्रवास किया था। राज्यपाल ने इस स्थल को ऐतिहासिक बताया, स्वामी शुद्धिदानंद ने राज्यपाल को बताया कि समय-समय पर यहां निशुल्क चिकित्सा शिविर आयोजित किए जाते हैं, जहाँ सैकड़ों मरीजों का उपचार व ऑपरेशन विदेशी डॉक्टरों द्वारा किए जाते हैं।

राज्यपाल ने इसके बाद मायावती आश्रम परिसर का भ्रमण किया और सौंदर्य को निहारा। उन्होंने कहा कि लोहाघाट की गोद में बसा मायावती आश्रम एक रमणीक स्थान है। उन्होंने युवाओं को स्वामी विवेकानंद का अनुसरण करने की सलाह दी। उन्होंने बाद में ध्यान कक्ष में ध्यान लगाया और कहा की ध्यान वाला स्थान चमत्कारिक है, जहाँ मस्तिष्क में एक अलग ही शांति की अनुभूति होती है।

उन्होंने कहा कि हम अद्वैत मायावती आश्रम में खड़े होकर 350 किलोमीटर का हिमालय दर्शन इसी स्थान में खड़े रहकर कर सकते हैं। जिसमें हम नंदा देवी, केदारनाथ, बद्रीनाथ जी के पहाड़ों को भी देख सकते हैं।वास्तविकता में यह स्थान हिमालय की गोद में होने के साथ-साथ भगवान शिवजी का भी घर है, अगर किसी को भी शिवजी के त्रिशूल और उनके ध्यान का लुत्फ लेना है तो यह एक मात्र स्थान है। साथ ही उन्होंने कहा कि मैं पूरे भारत के साथ साथ पूरे विश्व को यह बताना चाहता हूं कि अगर किसी को जानना है कि मानवता, आध्यात्मिकता, साधना, वैदिक योगिक क्या होते है तो वह एक बार जरूर मायावती आश्रम आए।

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