देहरादून/ आज यूनिवर्सिटी ऑफ पेट्रोलियम एंड एनर्जी स्टडीज (यूपीईएस) के 21वें दीक्षांत समारोह का आयोजन किया गया ।
दीक्षांत समारोह कार्यक्रम के अवसर पर 2,656 छात्रों को डिग्रियां प्रदान की गयी। उत्तराखंड के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह, पीवीएसएम, एवीएसएम, यूवाईएसएम, वीएसएम (सेवानिवृत्त) ने इस कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई। अकादमिक वर्ष 2022-23 के दौरान छात्रों के उत्कृष्ट कार्यों को सम्मानित किया गया। इस कार्यक्रम के दौरान 15 स्वर्ण पदक, 61 रजत पदक, सीसीई ग्रेजुएट्स को 6 सिल्वर प्लेट और 24 प्रशस्ति पत्र भी वितरित किए गए।
स्कूल ऑफ कंप्यूटर साइंस, स्कूल ऑफ हेल्थ साइंसेज एंड टैक्नोलॉजी और स्कूल ऑफ मॉडर्न मीडिया में सभी छात्रों का यानी 100 फीसदी प्लेसमेंट हुआ और अधिकतम पैकेज 36 लाख रुपये प्रति वर्ष का रहा।
विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह के अवसर पर छात्रों का आह्वान करते हुए राज्यपाल ने कहा कि शिक्षा ही वह साधन है जो मनुष्य के भीतर मानवीय गुणों और अच्छे विचारों का निर्माण करती है और इसके साथ ही मनुष्य के जीवन की राह को भी आसान बना देती है। उन्होंने कहा कि नैतिक मूल्यों से परिपूर्ण शिक्षित नागरिक ही बेहतर समाज और राष्ट्र के निर्माण में अहम योगदान देते हैं इसलिए बच्चों की गुणवत्तापूर्ण और संस्कारयुक्त शिक्षा की ओर ध्यान देना जरूरी है।
राज्यपाल ने कहा कि विश्वविद्यालय को शिक्षार्थियों की जरूरतों के अनुसार पाठ्यक्रम में नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति को अपनाकर शिक्षा में स्किल डेवलपमेंट एवं सस्टेनेबिलिटी पाठ्यक्रम को शामिल करने की आवश्यकता है। हमारी नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति युवाओं के सपनों को साकार करने वाली और देशवासियों की आवश्यकताओं को पूरा करने में सक्षम है। आधुनिक भारत के निर्माण में कौशल संपन्न युवा अहम योगदान दे सकते हैं। इसीलिए नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति में स्किल डेवलपमेंट को सर्वाेच्च प्राथमिकता दी गई है।
दीक्षांत समारोह में डॉ. राम शर्मा, वाइस चांसलर, यूपीईएस ने कहा, “हमें अपने दूरदर्शी अकादमिक विशेषज्ञों, प्रोफेसरों, छात्रों, शोधार्थियों और बदलाव लाने वालों की शानदार उपलब्धियों पर बेहद गर्व है जो बढ़-चढ़कर अकादमिक उत्कृष्टता को बढ़ावा देने के हमारे दृष्टिकोण का समर्थन करने के लिए बिना थके काम करते हैं। चूंकि आप अनंत संभावनाओं की दुनिया में कदम रखने जा रहे हैं, हमें उम्मीद है कि आप तमाम बाधाओं को पार करना जारी रखेंगे, बिना डरे नए-नए इनोवेशन करेंगे और दूरगामी बदलाव लाएंगे। चुनौतियों को अवसर बनाएंगे और उज्ज्वल भविष्य को आकार देने की दिशा में अपनी इच्छाओं के हिसाब से आगे बढ़ेंगे। आप सभी को बधाई और आगे की यात्रा के लिए ढेर सारी शुभकामनाएं।”
वैश्विक दृष्टिकोण को बढ़ावा देने के लिए, विश्वविद्यालय ने पूरी दुनिया के प्रतिष्ठित संस्थानों के साथ मज़बूत साझेदारी स्थापित की है जिसमें अमेरिका में बार्कले ग्लोबल, ऑस्ट्रेलिया में यूनिवर्सटी ऑफ न्यू साउथ वेल्स, यूनिवर्सटी ऑफ क्वींसलैंड, यूनिवर्सटी ऑफ एडिलेड, स्वीडन में यूनिवर्सटी ऑफ गॉथेनबर्ग और ओहायो स्टेट यूनिवर्सटी जैसे संस्थान शामिल हैं।
यूपीईएस को क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सटी रैंकिंग्स 2024 द्वारा अकादमिक प्रतिष्ठा के हिसाब से नंबर एक प्राइवेट यूनिवर्सटी की रैंकिंग दी गई है। टाइम्स हायर एजुकेशन (टीएचई) वर्ल्ड रैंकिंग्स 2024 के मुताबिक, यूपीईएस को भारत के निजी और डीम्ड विश्वविद्यालयों में 9वीं रैंकिंग मिली है।
प्रतिष्ठित शांघाई रैंकिंग – ग्लोबल रैंकिंग ऑफ एकेडमिक सब्जेक्ट्स के लिए अकेडमिक रैंकिंग ऑफ वर्ल्ड यूनिवर्सिटीज़ (एआरडब्ल्यूयू) के मुताबिक, यूपीईएस टेलीकम्यूनिकेशन इंजीनियरिंग के क्षेत्र में दुनिया के शीर्ष 150 संस्थानों में शामिल है। इलेक्ट्रिकल एवं इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियरिंग के शीर्ष 400 संस्थानों में और कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग के शीर्ष 500 संस्थानों में यूपीईएस शामिल है।
इसके अलावा, यूपीईएस ने कई तरह के प्रयासों की शुरुआत की है । यूपीईएस के इंक्यूबेशन प्रोग्राम रनवे के अंतर्गत अब तक 250 से ज़्यादा अनोखे स्टार्टअप को आगे बढ़ने में मदद दी जा चुकी है। यह प्रोग्राम उभरते हुए उद्यमियों, संसाधनों और प्लेटफॉर्म को मार्गदर्शन उपलब्ध कराता है, ताकि उनके इनोवेटिव विचारों को जबरदस्त कारोबार में बदला जा सके। नेस्ट प्रोग्राम, यूपीईएस के छात्रों को जीवनभर प्लेसमेंट हासिल करने में सहायता उपलब्ध कराता है और इसके अलावा कौशल विकास, करियर मार्गदर्शन, इंक्यूबेशन सपोर्ट, उच्च शिक्षा के अवसर, मार्गदर्शन, प्रशिक्षण और उद्यमिता जैसे क्षेत्रों में अवसर भी उपलब्ध कराता है।