27 फरवरी को वादिनी प्रीतिं रावत निवासी दुर्गापुरी ने कोतवाली कोटद्वार पर प्रथम सूचना रिर्पोट दर्ज करायी कि 27 फरवरी को दुर्गापुरी के पास पैसे निकालने एटीएम गई थी, जहां पर एटीएम में पहले से ही दो व्यक्ति मौजूद थे। पैसे निकालने के दौरान उन व्यक्तियों द्वारा वादिनी उपरोक्त को विश्वास में लेकर ए0टी0एम0 बदलकर पिन की जानकारी प्राप्त की गयी। जिसके बाद उनके द्वारा वादिनी के साथ 80,000/- (अस्सी हजार रूपये) की धोखाधड़ी की गयी। प्रथम सूचना रिपोर्ट के आधार पर कोतवाली कोटद्वार में मु0अ0स0 66/2022, धारा- 420,120 (बी) भा.द.वि बनाम अज्ञात पंजीकृत किया गया। श्रीमान वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, महोदय जनपद पौड़ी गढ़वाल श्री यशवन्त चौहान द्वारा उक्त धोखाधड़ी की घटना को गम्भीरता से लेते हुये अभियोग के सफल निस्तारण करने व अभियुक्तों की शीघ्र गिरफ्तारी हेतु आदेशित किया गया। जिसके क्रम में अपर पुलिस अधीक्षक, कोटद्वार श्रीमती मनीषा जोशी के निर्देशन, क्षेत्राधिकारी कोटद्वार श्री गणेश लाल कोहली, क्षेत्राधिकारी ऑपरेशन श्री विभव सैनी के पर्यवेक्षण, प्रभारी निरीक्षक श्री विजय सिंह के नेतृत्व में उपनिरीक्षक उ0नि0 प्रमोद शाह मय पुलिस टीम का गठन किया गया। गठित टीम द्वारा अथक प्रयास एवं पतारसी-सुरागरसी कर दिनाँक 10 मार्च को अभियोग उपरोक्त में संलिप्त अभियुक्त (1) लवकुश, (2) प्रवेश उर्फ पप्पू को बीईएल रोड़ सुखरौ पुल कोटद्वार के पास से गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार शुदा अभियुक्तों ने पूछताछ में बताया कि उनके द्वारा एटीएम के आस पास रैकी कर भोले भाले लोगों को चिन्हित कर एटीएम पिन की जानकारी कर एटीएम बदलकर कार्ड से पैसे निकालकर धोखाधड़ी करने का काम किया जाता है। अभियुक्तों के अन्य आपराधिक इतिहास की जानकारी की जा रही है। अभियोग उपरोक्त में 01 अन्य अभियुक्त रोहित फरार है जिसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम प्रयासरत है।
