आत्मनिर्भर भारत की दिशा में भारत कई कदम उठा रहा है। रक्षा और एयरोस्पेस के क्षेत्र में भी भारत तेजी से आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ रहा है। ऐसे में अमेरिका दौरे पर गए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अमेरिकी एयरोस्पेस और रक्षा कंपनियों को भारत में नीतिगत पहलों का लाभ उठाने के लिए ‘मेक इन इंडिया’ से ‘मेक फॉर द वर्ल्ड’ बनाने का आह्वान किया।
दरअसल, अमेरिका के साथ द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के लिए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह शनिवार की देर रात पांच दिवसीय अमेरिकी दौरे पर गए हैं। रक्षामंत्री कार्यालय के मुताबिक वाशिंगटन डीसी पहुंचने पर उन्होंने अमेरिकी एयरोस्पेस कम्पनियों बोइंग और रेथियॉन के प्रमुखों से मुलाकात की। उन्होंने इन कंपनियों को भारत में नीतिगत पहलों का लाभ उठाने के लिए ”मेक इन इंडिया” से ”मेक फॉर द वर्ल्ड” की ओर तेजी से बढ़ने का आह्वान किया।
सार्वजनिक, निजी और विदेशी संस्थाएं मिलकर करें काम
दरअसल, भारत सरकार का मकसद घरेलू उद्योग की क्षमताओं को बढ़ावा देना है। भारतीय सशस्त्र बलों की मांग को पूरा करने के साथ ही अंतरराष्ट्रीय मानकों के उपकरणों के निर्यात का भी लक्ष्य है। इससे प्रौद्योगिकी और विनिर्माण क्षमताओं में नए निवेश को आकर्षित करके स्वदेशी अनुसंधान और विकास (R & D) की क्षमता को प्रोत्साहित करने की संभावना है।
दुनिया से अलग-थलग रहकर काम नहीं करना
हालांकि इस मौके पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने साफ कहा कि ‘आत्मनिर्भरता’ का मतलब दुनिया के बाकी हिस्सों से अलग-थलग रहकर काम करना नहीं है, बल्कि देश के भीतर उनकी सक्रिय भागीदारी से काम करना है। यहां तक कि ‘आत्मनिर्भर भारत अभियान’ के तहत हमारे पास ऐसे प्रावधान हैं, जो विदेशी कंपनियों को निवेश, सहयोग, संयुक्त उद्यम स्थापित करने और लाभ कमाने के लिए उपयुक्त अवसर और वातावरण प्रदान करते हैं। रक्षा मंत्री ने ऐसा वातावरण बनाने का भरोसा दिलाया, जहां सार्वजनिक, निजी क्षेत्र और विदेशी संस्थाएं मिलकर काम कर सकें और भारत को रक्षा निर्माण में दुनिया के अग्रणी देशों में से एक बनने में मदद कर सकें।
बता दें इस ओर कदम बढ़ाते हुए रक्षा मंत्रालय ने साल 2020 से अब तक करीब तीन सूची ऐसे कुल 310 रक्षा उपकरणों की है,जिसका एक निश्चित समय के बाद पूर्ण रूप से स्वदेशी उत्पादन किया जाएगा।