मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने आज जनपद नैनीताल के रामगढ़ में शान्ति निकेतन ट्रस्ट फॉर हिमालया के तत्वाधान में गुरुदेव रबीन्द्रनाथ टैगोर की 161वीं जयंती के अवसर पर आयोजित ‘रबीन्द्र जन्मोत्सव-2022’ कार्यक्रम का दीप प्रज्वलित करके शुभारंभ किया।
इस दौरान संयोजक प्रोफेसर अतुल जोशी, क्षेत्रीय विधायक श्री राम सिंह कैड़ा, पूर्व विदेश सचिव शशांक, देवेंद्र ढेला देवेंद्र बिष्ट, भाजपा के मंडल अध्यक्ष कुंदन चिलवाल समेत अन्य जनप्रतिनिधियों द्वारा मुख्यमंत्री को स्मृति चिन्ह एवं अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर रबीन्द्र-सृजनिका नामक पुस्तिका का विमोचन किया गया। कार्यक्रम में राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय रामगढ़ द्वारा सांस्कृतिक एवं देवभूमि सांस्कृतिक दल द्वारा छोलिया नृत्य की प्रस्तुति दी गयी।
मुख्यमंत्री श्री धामी ने कहा कि रामगढ़ क्षेत्र के टैगोर टॉप स्थित गुरुदेव रबीन्द्रनाथ टैगोर की कर्मस्थली थी, जहां उन्होंने 19वीं शताब्दी में 5 बार आकर अपनी काव्य रचना की। उन्हें साहित्य का नोबेल पुरस्कार मिला जो किसी एशियाई को पहला नोबेल पुरस्कार था। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री धामी ने रामगढ़ विश्व भारती केंद्रीय विश्वविद्यालय के प्रथम परिसर का भूमि पूजन भी किया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार विकल्प रहित संकल्प के मंत्र पर अग्रसर है और जन-कल्याण को समर्पित है। उन्होंने कहा कि विश्व भारती केंद्रीय विश्वविद्यालय द्वारा उत्तराखण्ड को भारत के प्रमुख शिक्षा केन्द्र के रूप में स्थापित होने का अवसर प्राप्त होगा। इससे युवाओं के लिए स्वरोजगार के नए अवसर उपलब्ध होंगे तथा यह राष्ट्रीय व अन्तर्राष्ट्रीय शोधार्थियों के लिए भी नया गंतव्य बनेगा। मुख्यमंत्री श्री धामी ने कहा कि विश्व भारती की स्थापना के लिए प्रथम चरण में ₹150 करोड़ की डीपीआर केन्द्र सरकार से स्वीकृति की प्रक्रिया में है। उत्तराखण्ड सरकार द्वारा 45 एकड़ भूमि में विश्व भारती केंद्रीय विश्वविद्यालय के परिसर की स्थापना की औपचारिकता पूर्ण कर ली गई है।
इस अवसर पर विधायक भीमताल राम सिंह कैड़ा, कुमाऊं विश्वविद्यालय के कुलपति एनके जोशी, जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल ,वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पंकज भट्ट, अपर जिलाधिकारी अशोक जोशी सहित अन्य सम्मानित जन उपस्थित रहे।
