राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद मध्य प्रदेश के तीन दिवसीय प्रवास के तीसरे दिन रविवार सुबह उज्जैन पहुंचे। यहां उन्होंने अखिल भारतीय आयुर्वेद महासम्मेलन के 59वें अधिवेशन का दीप प्रज्वलित कर उद्घाटन किया। इससे एक दिन पहले राष्ट्रपति ने भोपाल के मोतीलाल नेहरू स्टेडियम से नवीन शहरी स्वास्थ्य संस्था भवनों का भूमिपूजन एवं लोकार्पण किया।
भोपाल में लोगों को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने कहा कि विकसित देशों के मुकाबले भारत की बड़ी जनसंख्या तथा अन्य चुनौतियों के बावजूद हम कोविड महामारी पर नियंत्रण करने में बहुत हद तक सफल रहे हैं। आज स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार करना हमारी प्राथमिकता है। यदि चिकित्सा सुविधाएं बढ़ेंगी और उन्नत चिकित्सा केंद्र खुलेंगे तो देश के लोगों को लाभ तो होगा ही, साथ ही मेडिकल टूरिज्म के बढ़ने से विदेशी मुद्रा का लाभ भी होगा।
उन्होंने कहा कि यूरोपीय देशों की तुलना में भारत में इलाज बहुत सस्ता है। विदेश से भी यहां इलाज के लिए लोग आते हैं, इसलिए इंडिया को कभी-कभी मेडिकल टूरिस्ट हब भी कहा जाता है।
154.78 करोड़ रुपये की परियोजनाओं की दी सौगात
दरअसल, राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद शनिवार शाम को भोपाल के मोतीलाल नेहरू स्टेडियम से नवीन शहरी स्वास्थ्य संस्था भवनों का भूमिपूजन एवं लोकार्पण समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कार्यक्रम में प्रदेश के विभिन्न जिलों में 154.78 करोड़ रुपये की लागत के 8 शहरी स्वास्थ्य संस्थाओं के नवीन निर्माण कार्यों का भूमिपूजन व 4 शहरी स्वास्थ्य संस्थाओं के नवनिर्मित भवनों का लोकार्पण किया।
मध्य प्रदेश भारत का हृदय प्रदेश
राष्ट्रपति कोविंद ने कहा कि मध्यप्रदेश को भारत का हृदय प्रदेश कहा जाता है। इस प्रदेश के साथ मेरी भी स्मृतियां जुड़ी हुई हैं। मध्यप्रदेश की इस सातवीं यात्रा के दौरान मुझे आरोग्य, आयुर्वेद एवं अन्य चिकित्सा पद्धतियों को बढ़ावा देने से जुड़े कार्यक्रमों में शामिल होने और चिकित्सा सुविधाओं में विभिन्न परियोजनाओं के भूमिपूजन का सुअवसर प्राप्त हुआ है।
पद्मश्री से सम्मानित डॉक्टर मलिन बस्तियों में कर रही सेवा
उन्होंने कहा कि प्रदेश में संचालित विभिन्न परियोजनाओं के पूरा होने से लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सकेंगी। मुश्किल समय में एक अच्छा डॉक्टर मिल जाए और वह रोगी की ठीक से देखभाल करे तो उससे बढ़कर रोगी के लिए कुछ नहीं होता। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष नवंबर में चिकित्सा के क्षेत्र में मध्यप्रदेश की डॉ. लीला जोशी को पद्मश्री से सम्मानित किया गया। डॉ. लीला जोशी स्त्री रोग विशेषज्ञ हैं और रतलाम में जनजातीय ग्रामीण, मलिन बस्तियों में एनीमिया के कारण होने वाली मृत्यु दर को कम करने में दो दशकों से भी अधिक समय से काम कर रही हैं।
सेवावृती चिकित्सकों की आवश्यकता
राष्ट्रपति ने सीएम शिवराज और उनकी और पूरी टीम की इस बात के लिए सराहना करते हुए कहा कि साधारण लोक जीवन में दो विषय आते हैं शिक्षा और स्वास्थ्य। आप शिक्षा पर भी ध्यान दे रहे हैं और स्वास्थ्य संबंधी जो इंफ्रास्ट्रक्चर उपलब्ध कराने की आपकी योजना है, उसके लिए मेरी शुभकामनाएं।
उन्होंने कहा कि अंतिम सोपान के अंतिम व्यक्ति तक स्वास्थ्य सुविधाओं को पहुंचाने और राज्य के 8 करोड़ से अधिक लोगों के जीवन को बेहतर बनाने में केंद्र सरकार, मध्य प्रदेश सरकार के प्रयासों की सफलता के लिए ऐसे ही सेवावृती चिकित्सकों की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि कोविड महामारी का सभी देशवासियों ने दृढ़ संकल्पित होकर सामना किया।