”आभा कार्ड” यानि ”आयुष्मान भारत हेल्थ अकाउंट” इन दिनों खूब चर्चा में है। दरअसल, अभी तक देश में आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के तहत लगभग 23.08 करोड़ आभा कार्ड बनाए जा चुके हैं। ऐसे में यह कहना बिलकुल उचित होगा कि आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन से लोगों का जीवन तेजी से बदल रहा है। इसके जरिए केंद्र सरकार डिजिटल हेल्थ केयर इको सिस्टम को मजबूत करने का महत्वपूर्ण कार्य कर रही है और साथ ही साथ लोगों के जीवन को आसान बनाने की दिशा में काम कर रही है। यही कारण है कि पीएम मोदी के नेतृत्व में बनी केंद्र सरकार आम जनमानस में अन्य सरकारों से कहीं अधिक लोकप्रिय भी हो रही है।
डिजिटल हेल्थ केयर इको सिस्टम हो रहा मजबूत
इस संबंध में जानकारी देते हुए केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने बुधवार को ट्वीट करके कहा कि आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के तहत देश में 23.08 करोड़ ( आयुष्मान भारत हेल्थ अकाउंट) आभा कार्ड बनाए जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन से लोगों का जीवन बदल रहा है। डिजिटल हेल्थ केयर इको सिस्टम को मजबूत करके लोगों के जीवन को आसान बनाने की दिशा में काम किया जा रहा है।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण कर रहा मेहनत
राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण देश में डिजिटल स्वास्थ्य इकोसिस्टम तैयार करने में जबरदस्त मेहनत कर रहा है। इससे आने वाले दिनों में किसी भी मरीज का स्वास्थ्य रिकॉर्ड लंबे दिनों तक सुरक्षित रखा जा सकेगा। एक बार स्वास्थ्य रिकॉर्ड का डिजिटलीकरण होने से कागजी रिपोर्ट से मुक्ति मिल जाएगी। दरअसल उन्हें संभालकर रखना सबसे बड़ी कठिनाई होती है और किसी भी डॉक्टर के पास इलाज के लिए जाने पर सर्वप्रथम पुरानी रिपोर्ट की ही जांच होती है। ऐसे में कागजी रिपोर्ट डिजिटलाइज होने पर इन तमाम मुश्किलों से छुटकारा मिल जाएगा। वहीं इससे पर्यावरण को भी फायदा होगा।
नागरिकों के स्वास्थ्य रिकॉर्ड का हो रहा डिजिटलीकरण
फिलहाल, देश में आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन (ABDM) के तहत नागरिकों के स्वास्थ्य रिकॉर्ड का डिजिटलीकरण किया जा रहा है। इसी क्रम में अब तक की बड़ी उपलब्धि यह हासिल की गई है कि एबीडीएम ने 23 करोड़ से अधिक आभा संख्या यानि स्वास्थ्य आईडी दर्ज करने के साथ महत्वपूर्ण प्रगति की है। इसमें व्यक्ति अपने पुराने स्वास्थ्य रिकॉर्ड को भी स्कैन कर सुरक्षित रख सकते हैं। इसके लिए आभा एप या किसी अन्य व्यक्तिगत स्वास्थ्य रिकॉर्ड एप का उपयोग कर सकते हैं। एबीडीएम के बारे में अधिक जानने के लिए https://abdm.gov.in/ सार्वजनिक डैशबोर्ड पर जा सकते हैं।
क्या है आभा कार्ड ?
आभा कार्ड हर नागरिक को आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के अंतर्गत उपलब्ध कराया जाने वाला कार्ड है। ये एक आयुष्मान भारत हेल्थ अकाउंट यानी आभा कार्ड है। इस कार्ड में व्यक्ति की स्वास्थ्य संबंधी सभी जानकारियां उपलब्ध रहेंगी। ये कार्ड इसलिए विशेष है क्योंकि इसमें एक मरीज की पूरी स्वास्थ्य संबंधित जानकारी डिजिटल माध्यम में सुरक्षित रहेंगी। इसमें किसी भी पुरानी रिपोर्ट के खो जाने का डर नहीं रहेगा। आप की जानकारी के लिए बता दें की इसे कभी भी एक्सेस किया जा सकता है और इसी आधार पर आगे का इलाज करने के लिए जानकारी का उपयोग किया जा सकता है।
आभा कार्ड क्यों विशेष है ?
ये कार्ड इसलिए विशेष है क्योंकि इसमें एक मरीज की पूरी स्वास्थ्य संबंधित जानकारी डिजिटल माध्यम में सुरक्षित रहेंगी। इसमें किसी भी पुरानी रिपोर्ट के खो जाने का डर नहीं रहेगा। आप की जानकारी के लिए बता दें कि इसे कभी भी एक्सेस किया जा सकता है।
आभा कार्ड कैसे करें डाउनलोड ?
– आप को सबसे पहले आप को आयुष्मान डिजिटल मिशन की आधिकारिक वेबसाइट https://abdm.gov.in/ पर जाना होगा
– अब आप के सामने होम पेज खुलेगा
– यहां आप को डाउनलोड ABHA APP के विकल्प पर क्लिक करना होगा
– क्लिक करते ही आप के सामने अगला पेज खुलेगा। यहां आप को एप के सामने Download App का विकल्प दिखाई देगा जिस पर आप को क्लिक करना है
– जैसे ही आप इस विकल्प पर क्लिक करेंगे, आप के डिवाइस पर ABHA App डाउनलोड होने लग जाएगा
– उसके बाद आप इसे ओपन कर सकते हैं
आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के घटक का नाम
आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के घटकों के नाम हेल्थ आईडी , हेल्थ प्रोफेशनल रजिस्ट्री , हेल्थ फैसिलिटी रजिस्ट्री , हेल्थ रिकार्ड्स है। पूरे देश में अपनी शुरुआत के बाद से एबीडीएम ने 23 करोड़ से अधिक आभा संख्या (इसे पहले हेल्थ आईडी के रूप में जाना जाता था), स्वास्थ्य सुविधा रजिस्ट्री (एचएफआर) में पंजीकृत 1.14 लाख स्वास्थ्य सुविधाओं, स्वास्थ्य सेवा पेशेवर रजिस्ट्री (एचपीआर) के तहत 33,000 स्वास्थ्य सेवा पेशेवरों, 6.6 लाख आभा एप डाउनलोड होने और व्यक्तियों के आभा से जुड़े 3.4 लाख स्वास्थ्य रिकॉर्ड दर्ज करने के साथ महत्वपूर्ण प्रगति की है।