आशुरा-ए-मुहर्रम आज देश के विभिन्न भागों में श्रद्धा और आस्था से मनाया जा रहा है। करबला में सत्य और न्याय की रक्षा के लिए पैगम्बर मोहम्मद के नवासे हजरत इमाम हुसैन और उनके साथियों की शहादत की याद में मुहर्रम मनाया जाता है।
इस मौके पर ताजिया निकाले जाते हैं और करबला के शहीदों के सर्वोच्च बलिदान की याद में मजलिसों का आयोजन किया जाता है।
आज अशूरा-ए-मुहर्रम के अवसर पर प्रधानमंत्री ने कहा है कि यह दिन हज़रत इमाम हुसैन की कुर्बानी को याद करने का है। एक ट्वीट में श्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि हज़रत इमाम हुसैन को सच्चाई के प्रति उनकी अटूट प्रतिबद्धता और अन्याय के खिलाफ लड़ाई के लिए याद किया जाता है। प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्होंने समानता और भाईचारे को भी काफी महत्व दिया।
