पीएम मोदी ने देशवासियों के साथ ‘हर घर नल जल’ और अन्य क्षेत्रों में प्राप्त सरकार की तीन बड़ी उपलब्धियों साझा करते हुए कहा कि अमृत काल में भारत बड़े लक्ष्यों पर काम कर रहा है और आज इससे जुड़े तीन पड़ाव हमने पार कर लिये हैं।
दरअसल, पीएम मोदी ने आज गोवा के ‘हर घर जल उत्सव’ कार्यक्रम को संबोधित किया। पीएम ने कहा कि सरकार बनाने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ती है और उससे भी कहीं ज्यादा मेहनत देश बनाने के लिए करनी पड़ती है। हमने देश बनाने का रास्ता चुना है, इसलिए देश की वर्तमान और भविष्य की चुनौतियों का लगातार समाधान कर रहे हैं।
देश की तीन बड़ी उपलब्धियां
पीएम मोदी ने कहा कि आज मैं सभी देशवासियों के साथ देश की तीन बड़ी उपलब्धियों को साझा करना चाहता हूं।भारत की इन उपलब्धियों के बारे में जानकर हर देशवासी को बहुत गर्व होगा। अमृत काल में भारत जिन विशाल लक्ष्यों पर काम कर रहा है, उससे जुड़े तीन अहम पड़ाव हमने आज पार किए हैं।
–पीएम ने कहा कि आज देश के 10 करोड़ ग्रामीण परिवार पाइप से स्वच्छ पानी की सुविधा से जुड़ चुके हैं। यह हर घर जल पहुंचाने की सरकार के अभियान की बड़ी सफलता है।ये सबका प्रयास का एक बेहतरीन उदाहरण है।
–दूसरा उन्होंने बताया कि गोवा देश का पहला ऐसा राज्य बन गया है, जिसे हर घर तक जल पहुंचाने का सर्टिफिकेट जारी किया गया है। वहीं दादरा नगर हवेली एवं दमन और दीव भी हर घर जल सर्टिफिकेट पाने वाला पहला केंद्र शासित राज्य बन गया है।
–पीएम ने आगे कहा कि तीसरी उपलब्धि स्वच्छ भारत अभियान से जुड़ी है। अब देश के अलग-अलग राज्यों के एक लाख से ज्यादा गांव ओडीएफ प्लस हो चुके हैं। कुछ साल पहले सभी देशवासियों के प्रयासों से देश खुले में शौच से मुक्त घोषित हुआ था। इसके बाद हमने संकल्प लिया था कि गांवों को ओडीएफ प्लस बनाएंगे। देश ने अब एक अहम माइलस्टोन हासिल किया है।
जल जीवन मिशन’ की सफलता चार स्तंभ
इस दौरान पीएम मोदी ने ‘जल जीवन मिशन’ की सफलता चार मजबूत स्तंभों बताए। पहला है- जनभागीदारी, दूसरा-साझेदारी, तीसरा-जनीतिक इच्छाशक्ति और चौथा-संसाधनों का बेहतर और पूर्ण इस्तेमाल। उन्होंने कहा कि सिर्फ 3 साल के भीतर ‘जल जीवन मिशन’ के तहत 7 करोड़ ग्रामीण परिवारों को पाइप के पानी से जोड़ा गया है। यह सामान्य उपलब्धि नहीं है। आजादी के 7 दशकों में देश सिर्फ तीन करोड़ ग्रामीण परिवारों तक की पाइप से जल की सुविधा उपलब्ध करा पाया था।
‘वेटलैंड’ की संख्या हुई 75
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत में अब रामसर साइट यानि ‘वेटलैंड’ की संख्या भी बढ़कर 75 हो गई है। इनमें से 50 साइट्स पिछले 8 वर्षों में ही जोड़ी गई हैं, यानी जल सुरक्षा के लिए भारत चौतरफा प्रयास कर रहा है और हर दिशा में नतीजे मिल रहे हैं।