भारत अपनी G20 की अध्यक्षता के दौरान जी20 को नई पहचान दिलाने के लिए नए कदम उठा रहा है। इसी कड़ी में देश की अधिकांश आबादी को G20 से परिचय कराने के लिए दिल्ली मेट्रो ने एक नया तरीका अपनाया है। इसके लिए दिल्ली मेट्रों रेल कॉर्पोरेशन ( DMRC) ने G20 के लोगो ‘वसुधैव कुटुम्बकम्’ का नया स्मार्ट कार्ड जारी किया है। यानी दिल्ली मेट्रो भी अब G20 के रंग में रंगी दिखाई देगी। मेट्रो स्टेशनों पर अब यात्रियों को G20 शिखर सम्मेलन के लोगो को स्मार्ट कार्ड मिलना शुरु हो गया है। आइए जानते हैं कि G20 के लोगो से
जानिए DMRC के जरिए G20 से परिचित होंगे लोग
DMRC की जानकारी के मुताबिक दिल्ली मेट्रो में प्रतिदिन लगभग 27 लाख लोग यात्री सफर करते हैं। जिसमें से लगभग 75 प्रतिशत यात्री स्मार्ट कार्ड का ही उपयोग करते हैं। इस कारण लगभग 20 लाख आम लोग भी G20 के लोगो और थीम देखकर जी20 के बारे में जानने के लिए उत्सुक होंगे। हांलाकि प्रतिदिन हजारों यात्रियों को G20 लोगो का यह नया स्मार्ट कार्ड ‘वसुधैव कुटुम्बकम्’ का संदेश जन – जन तक पहुचाएगा। हांलाकि टोकन से यात्रा करने वाले बचे 25 प्रतिशत यात्रियों को भी G20 शिखर सम्मेलन के लोगो का टोकन मिलेगा।
G20 के लोगो से दिल्ली मेट्रो के कई स्टेशन रंगे जाएंगे
मेट्रो कार्ड के अलावा राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली के कई मेट्रो स्टेशनों को भी G20 शिखर सम्मेलन के लोगो से रंगा जाएगा। यह जानकारी दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन ने दी है। इसके साथ ही एयरपोर्ट एक्सप्रेस लाइन के नई दिल्ली मेट्रो स्टेशन के पास स्थित पार्किंग भवन को भी G20 के रंगो में आकर्षित बनाया जाएगा। जबकि दिल्ली मेट्रो स्टेशनों पर लगे LED पैनल भी G20 के लोगो और भारत की विविधता में एकता के संदेश देंगे।
उल्लेखनीय है कि दिल्ली मेट्रो के कुल 286 स्टेशनों से प्रतिदिन लगभग 14 हजार नए स्मार्ट कार्ड की बिक्री होती है। इससे एक महीने में लगभग 4 लाख 30 हजार यात्री नया मेट्रो स्मार्ट कार्ड खरीदते हैं। इससे यह पता चलता है कि सितंबर 2023 में नई दिल्ली में होने वाले 18 वें G20 शिखर सम्मेलन तक नए स्मार्ट कार्ड सभी यात्रियों के पास उपलब्ध होंगे।
बता दें कि आगामी 9- 10 सितंबर को G20 के 18वें शिखर सम्मेलन का आयोजन नई दिल्ली में होगा। इसमें जी20 सदस्य देशों और आमंत्रित देशों के शीर्ष नेता व प्रमुख शिरकत करेंगे। नई दिल्ली शिखर सम्मेलन के दौरान सभी देशों के शीर्ष नेता जी20 एजेंडा के आर्थिक और दुनिया की वर्तमान परिस्थितियों पर चर्चा कर करेंगे, जिनमें जी20 बैठकों के दौरान हुई प्राथमिकताओं की घोषणा को सभी सदस्य देशों द्वारा अपनाया जाएगा।